Published on 07/05/2025 06:06 PM
सीएट का प्रदर्शन वित्त वर्ष 2024-25 में अच्छा रहा। मार्च तिमाही में कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ अच्छी रही। हालांकि, एबिड्टा मार्जिन में कुछ नरमी दिखी। इसकी वजह कच्चे माल की कीमतों में उछाल है। चौथी तिमाही में रेवेन्यू ग्रोथ 14.6 फीसदी रही, जबकि वॉल्यूम में 11 फीसदी इजाफा हुआ। रिप्लेसमेंट सेगमेंट का प्रदर्शन अच्छा रहा। कमर्शियल व्हीकल्स में डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिली। टू-व्हीलर्स सेगमेंट की ग्रोथ भी अच्छी रही।
EBITDA मार्जिन में नरमी
Ceat को ओईएम बिजनेस से भी सपोर्ट मिला। तिमाही दर तिमाही आधार पर एक्सपोर्ट रियलाइजेशन 2 फीसदी ज्यादा रहा। बेहतर प्रोडक्ट मिक्स और प्राइस एडजस्टमेंट का फायदा कंपनी को मिला। हालांकि, ग्लोबल इकोनॉमी में अनिश्चितता की वजह से विदेशी बिजनेस पर कुछ असर पड़ा। रेवेन्यू ग्रोथ अच्छी रहने के बावजूद EBITDA मार्जिन 13 फीसदी से घटकर 11.6 फीसदी पर आ गया। इसमें नेचुरल रबर की बढ़ती कीमतों और क्रूड डेरिवेटिव का हाथ है।
रॉ मैटेरियल की ऊंची कीमतों से दबाव
टीबीआर रिप्लेसमेंट में सीएट का मार्केट शेयर बढ़ा है। पीवी मार्केट शेयर में स्थिरता रही। क्रूड की कीमतों में नरमी दिखी है। लेकिन, नेचुरल रबर की कीमत हाई बनी हुई है। मैनेजमेंट का कहना है कि FY26 की पहली तिमाही में भी रॉ मैटेरियल कॉस्ट का प्रेशर बना रहेगा। दूसरी तिमाही में इससे कुछ राहत मिल सकती है, क्योंकि क्रूड आधारित इनपुट कॉस्ट में कमी आ सकती है। रिफाइंड प्रोडक्ट मिक्स और कीमतों में बढ़ोतरी से मार्जिन में रिकवरी आ सकती है।
ग्राॉस मार्जिन 40 फीसदी करने का टारगेट
Ceat ने चौथी तिमाही में 2W और PV SKU की कीमतें बढ़ाईं। इससे इनपुट कॉस्ट के प्रेशर को कुछ हद तक कम करने में मदद मिली। कंपनी ने अपना ग्रॉस मार्जिन 37.5 फीसदी से बढ़ाकर 40 फीसदी करने का टारगेट तय किया है। इसके लिए रॉ मैटेरियल कॉस्ट में नरमी जरूरी है। सीएट को Camso के ऑफ-हाईवे टायर (OHT) बिजनेस के अधिग्रहण का फायदा मिल सकता है। इंटिग्रेशन की प्रक्रिया जारी है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंसॉलिडेशन पूरा हो जाने की उम्मीद है।
रूरल डिमांड स्ट्रॉन्ग रहने की उम्मीद
टायर मार्केट में डिमांड का आउटलुक बेहतर है। रूरल डिमांड शहरी इलाकों की डिमांड से 4-5 फीसदी ज्यादा रह सकती है। कंपनी को 2W और फार्म टायर सेगमेंट से मदद मिलेगी। आगे OEM डिमांड में नरमी आ सकती है। लेकिन, CV सेगमेंट में स्थिरता देखने को मिल सकती है। विदेशी बाजार की बात की जाए तो लैटिन अमेरिका में कुछ चुनौतियां आ सकती है। लेकिन, यूरोप, दक्षिणपूर्व एशिया और मिडिल ईस्ट में ग्रोथ में स्थिरता रहेगी।
रिस्क-रिवॉर्ड रेशियो फेवरेबल
सीएट के शेयरों में FY27 की अनुमानित अर्निंग्स के 16.9 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। ऐसे में निवेशकों के लिए रिस्क-रिवॉर्ड फेवरेबल दिख रहा है। हालांकि, अगर रॉ मैटेरियल की कॉस्ट बढ़ती है तो मार्जिन पर दबाव बढ़ सकता है। 7 मई को कंपनी का शेयर 1.56 फीसदी चढ़कर 3,631 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक महीने में यह स्टॉक 36 फीसदी चढ़ा है। बीते एक साल में इसका रिटर्न करीब 55 फीसदी रहा है।
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First Published: May 07, 2025 6:06 PM
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