Published on 27/08/2025 12:12 PM
Market insight : बाजार की आगे की संभावनाओं पर बात करते हुए सेंट्रम ब्रोकिंग के इक्विटी टेक्निकल और डेरीवेटिव रिसर्च हेड नीलेश जैन ने कहा कि पिछले हफ़्ते निफ्टी इंडेक्स ने तेज़ गैप-अप के साथ शुरुआत की और 25,669 से 24,338 तक की गिरावट को 61.8 फीसदी रिट्रेसमेंट के साथ 25,160 पर पूरा किया। हालांकि, इंडेक्स को जल्द ही तेज़ मुनाफ़ाखोरी का सामना करना पड़ा और यह अपने 50-डे मूविंग एवरेज (DMA) से नीचे 25,010 पर फिसल गया,जो अब इसके लिए तत्काल रेजिस्टेंस का काम कर रहा है। बुलिश गैप लगभग भर चुका है, इससे निकट भविष्य में कंसोलीडेशन की संभावना का संकेत मिलता है।
नीचे की ओर, 24,660 पर स्थित 100-डीएमए एक अहम सपोर्ट बना हुआ है। इस स्तर से नीचे का कोई ब्रेकआउट 24,340 पर स्थित अगस्त के निचले स्तर तक की गिरावट का कारण बन सकता है। जब तक यह सपोर्ट नहीं टूटता निफ्टी 24,400-25,000 के व्यापक दायरे में उतार-चढ़ाव करता रहेगा। पोजीशनिंग के नजरिए से देखें तो एफआईआई लॉन्ग-शॉर्ट रेशियों 10:90 के काफी लो स्तर पर आ गया है,जो तेज मंदी की स्थिति का संकेत है, जबकि डीआईआई अगस्त सीरीज के जरिए नेट बॉयर बने हुए हैं।
कुल मिलाकर,मार्केट का टेक्निकल सेटअप कमजोर दिख रहा है। लेकिन अगस्त की मंथली एक्सपायरी के करीब आने के साथ, कोई भी पॉजिटिव ट्रिगर इंडेक्स में एक मजबूत शॉर्ट-कवरिंग रैली को जन्म दे सकता है।
बैंक निफ्टी बाजार के लिए सबसे कमजोर प्वाइंट बना हुआ है। ओवरऑल मार्केट सेंटीमेंट पर इसका निगेटिव असर देखने को मिल रहा है। यह इंडेक्स वर्तमान में अपने सभी शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से काफी नीचे कारोबार कर रहा है और इसमें स्ट्रक्चरल गिरावट देखने को मिली है। इसने 12 मई को 54,000 के स्तर के पास बने गैप को भरने का प्रयास किया है और इसके पूरी तरह से भर जाने की संभावना बढ़ती जा रही है।
किसी भी अच्छी रिकवरी के लिए बैंक निफ्टी को 21-डे एवरेज (DMA) और 100-डे एवरेज (DMA) को फिर से हासिल करना होगा। ये दोनों 55,500 के स्तर के आसपास स्थित हैं। ऐसा न होने तक इसका तकनीकी सेटअप कमज़ोर बना रहेगा। नीचे की ओर 53,500 पर तत्काल सपोर्ट दिखाई दे रहा है, जबकि 52,900 पर स्थित 200-डे एवरेज पर अगला बड़ा सपोर्ट होगा। वीकली चार्ट पर मोमेंटम इंडीकेटर और ऑसिलेटर्स ने एक सेलिंग क्रॉसओवर ट्रिगर किया है, जिससे बैंक निफ्टी के लिए शॉर्ट टर्म में उछाल पर बिकवाली की रणनीति कारगर साबित हो सकती है।
ब्रॉडर मार्केट पर बात करते हुए नीलेश जैन ने कहा कि अगस्त सीरीज़ में बेंचमार्क इंडेकसों की तुलना में छोटे-मझोले शेयरों के इंडेक्सों में भारी गिरावट देखने को मिली है। निफ्टी मिडकैप और निफ्टी स्मॉलकैप दोनों इंडेक्स वर्तमान में अपने-अपने शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार कर रहे हैं,जो एक कमजोर शॉर्ट टर्म फॉर्मेशन का संकेत है।
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निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स की स्थिति अनिश्चित नजर आ रही है।ये अपने लॉन्ग टर्म 200-डीएमए 17,500 से नीचे गिरने के करीब है। इस स्तर से नीचे जाने पर बाजार का मूड और भी खराब होगा और बिकवाली का दबाव बढ़ेगा। वहीं, निफ्टी मिडकैप इंडेक्स को अपने 50-डीएमए 58,000 के पास कड़े रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है, जहां लगातार सप्लाई देखने को मिल रही है। हालांकि इंडेक्स पहले अपने 100-डीएमए को बनाए रखने में कामयाब रहा था, लेकिन अब उसी स्तर को फिर से टेस्ट किया जा रहा है,जो इसकी कमज़ोरी को उजागर करता है। कुल मिलाकर,दोनों इंडेक्सों की स्थिति कमजोर बनी हुई है। निकट भविष्य में इनके अगस्त के निचले स्तर को तोड़ने की काफी ज्यादा संभावना है।
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