Published on 07/05/2025 05:17 PM
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में मंगलवार देर रात पाकिस्तान के अंदर 9 आंतकी ठिकानों पर हमला करते हुए उन्हें नेस्तानाबूत कर दिया। इस हमले के बाद बुधवार को भारतीय शेयर बाजार की चाल लगभग स्थिर रही। हालांकि दिग्गज निवेशक शंकर शर्मा (Shankar Sharma) का मानना है कि यह सटीक जवाबी कार्रवाई शेयर बाजार के सेंटीमेंट को बिगाड़ सकती है। खासकर यह देखते हुए यह शेयर बाजार पहले ही पिछले साल सितंबर में शुरू हुई बिकवाली के बाद से लगातार कमजोर स्थिति में बना हुआ है।
शंकर शर्मा ने कहा, "भारतीय शेयर बाजार इस जवाबी कार्रवाई के पहले से ही डगमग की स्थिति में थे और अब यह नया तनाव सिर्फ चिंताओं को और बढ़ाएगा। पिछले सितंबर से ही बाजार में गिरावट का रुझान देखने को मिल रहा है और ऐसे में इसमें किसी भी तरह के तनाव को अच्छे संकेत के तौर पर नहीं देखा जा सकता।"
भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के भीतर 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर सफतापूर्वक जवाबी कार्रवाई की। इस कार्रवाई को 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम दिया गया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक की मौत हो गई थी।
हालांकि कई मार्केट पार्टिसिपेंट्स का मानना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच पहले भी कई मौकों पर तनाव देखा जा चुका है और शेयर बाजार पर इसका असर सीमित रहा है। लेकिन शंकर शर्मा की राय इससे उलट है।
‘हर बार हालात एक जैसे नहीं होते’
उन्होंने कहा, "लोग पहले की तरह सोच रहे हैं कि जैसा पहले हुआ, वैसा ही अब भी होगा। लेकिन हर बार स्थितियां एक जैसी नहीं होती। वास्तविक असर का आकलन, बाजार की मौजूदा स्थितियों को भी ध्यान में रखकर करना चाहिए। हमारे शेयर बाजार में आई बुल रैली पहले ही पांच से छह साल पुरानी हो चुकी है। ऐसे में इस मोड़ पर स तरह का तनाव बड़ा झटका दे सकती है।”
उनका मानना है कि इस इवेंट से निश्चित रूप से शेयर बाजार के सेंटीमेंट पर असर पड़ेगा और कुछ सेक्टर्स पर इसका असर ज्यादा हो सकता है।
पिछली घटनाओं का क्या रहा असर?
26 फरवरी, 2019 को जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे, तो सेंसेक्स में 239 अंकों की गिरावट आई थी, जबकि निफ्टी 50 में 44 अंकों की गिरावट आई थी। हालांकि, अगले दिन बाजार में तेजी लौटी और और कारोबार के अंत में सपाट बंद हुआ।
2019 में पुलवामा हमले के बाद, शेयर बाजारों में हल्की प्रतिक्रिया देखी गई। 15 फरवरी, 2019 को सेंसेक्स में सिर्फ 0.2 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके उलट, उरी हमले के बाद 2016 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद शेयर बाजारों में तेज गिरावट देखी गई, जिसमें सेंसेक्स करीब 400 अंक और निफ्टी 156 अंक नीचे गिर गया।
इस बार शेयर बाजार का कैसे रहा रिएक्शन?
बुधवार 7 मई को सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद 105.71 अंक ऊपर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में 35 अंकों की तेजी रही। यह दिखाता है कि शेयर बाजार इस घटना को फिलहाल ज्यादा गंभीरता से नहीं ले रहा।
यह भी पढ़ें- विदेशी यूजर्स एक्सेस नहीं कर पाएंगे BSE, NSE की वेबसाइट; ट्रेडिंग की क्षमता पर असर नहीं
डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।
Tags: #share markets
First Published: May 07, 2025 5:17 PM
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।