News Image
Money Control

Stock Market Crash: इन 5 कारणों से शेयर बाजार धड़ाम, सेंसेक्स 700 अंक टूटा, निफ्टी भी 24,800 के नीचे

Published on 26/08/2025 12:59 PM

Share Market Fall: भारतीय शेयर बाजारों में आज 26 अगस्त को चौतरफा गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार के दौरान करीब 700 अंकों तक लुढ़क गया। वहीं निफ्टी गिरकर 24750 के पास पहुंच गया। अमेरिका की ओर से भारतीय सामानों पर 25% की अतिरिक्त तारीफ लगाए जाने की तारीख नजदीक आने निवेशकों में बेचैनी बढ़ी है। इसके अलावा कमजोर ग्लोबल संकेतों और विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने भी बाजार के सेंटीमेंट को कमजोर किया है।

सुबह 10:40 बजे के करीब, सेंसेक्स 612.85 अंक या 0.75 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,023.06 पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी 182.50 अंक या 0.73 प्रतिशत टूटकर 24,785.25 के स्तर पर था। यहां तक कि FMCGs को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स भी लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 1 फीसदी से अधिक टूट गया।

शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 5 बड़े कारण रहे-

1. 25% की अतिरिक्त अमेरिकी टैरिफ

अमेरिका ने भारतीय सामानों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लागू करने का ड्राफ्ट आदेश जारी कर दिया है, जो कल 27 अगस्त से लागू होगा। यही बात शेयर बाजार को सबसे अधिक परेशान कर रही है। अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट ने कहा कि इस कदम को रूस की ओर से अमेरिका को दिए गए धमकी को ध्यान में रखते हुए लिया गया है और इसके दायरे में भारत को भी शामिल किया गया है।

मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस-प्रेसिडेंट रिसर्च, प्रशांत तपसे ने बताया, "25% के नए टैरिफ के बाद भारत पर कुल टैरिफ 50% हो जाएगा, जिसने एक नई चिंता की दीवार खड़ी कर दी है। भारतीय बाजारों के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि क्या वे 27 अगस्त से लागू हो रहे इस 'चिंता की दीवार' को पार कर पाएंगे। माना जा रहा है कि इस टैरिफ से लगभग 86.5 अरब डॉलर का भारतीय एक्सपोर्ट खतरे में पड़ सकता है।"

2. कमजोर ग्लोबल संकेत

शेयर बाजार में आज की गिरावट का दूसरा कारण ग्लोबल बाजारों से मिलने वाला कमजोर संकेत रहा। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 225, साउथ कोरिया का कोस्पी, हांगकांग का हैंग सेंग और शंघाई का SSE कंपोजिट लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। अमेरिका के बाजार भी पिछली रात कमजोर बंद हुए, जबकि वॉल स्ट्रीट के फ्यूचर्स भी नीचे की ओर संकेत दे रहे हैं, जो इमर्जिंग बाजारों पर दबाव बढ़ने की आशंका जताते हैं।

3. विदेशी निवेशकों की बिकवाली

तीसरी वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की ओर से भारी बिकवाली रही। एक्सचेंज पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने लगभग ₹2,466.24 करोड़ के शेयर बेचे। इस अगस्त महीने में विदेशी निवेशक अब तक करीब 28,200 करोड़ रुपये भारतीय शेयर बाजार से निकाल चुके हैं।

4. भारतीय रुपये पर दबाव

चौथे कारण भारतीय रुपया पर दबाव रहा। मंगलवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 22 पैसे गिरकर 87.78 के स्तर पर आ गया। एक्सचेंज ट्रेडर्स का कहना है कि आयातकों की मजबूत डॉलर मांग और टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितता ने भारतीय रुपये पर दबाव डाला है।

5. वोलैटिलिटी में उछाल

शेयर बाजार में गिरावट का पांचवा कारण इंडिया वोलैटिलिटी इंडेक्स (India VIX) में उछाल रहा, जो बाजार में बढ़ती अस्थिरता का संकेत देता है। India VIX मंगलवार को 5 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 12.38 पर पहुंच गया।

टेक्निकल एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रेटजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, "निफ्टी का कल 25,000-25,033 के स्तर से ऊपर बंद न हो पाना यह दिखाता है कि खरीदार कीमतों के पीछे अधिक भागने के लिए तैयार नहीं है। इससे बाजार में गिरावट की संभावना बनी रहती है। अगर निफ्टी 24,870 के नीचे गिरता है तो तेजी का माहौल कमजोर हो सकता है, लेकिन 24,740 के नीचे गिरावट से ही बाजार में ठोस मंदी शुरू होगी।"

यह भी पढ़ें- Stock Crash: वोडाफोन आइडिया के शेयर 10% क्रैश, बाजार खुलते ही बेचने की लगी होड़, जानें कारण

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।Tags: #share marketsFirst Published: Aug 26, 2025 12:55 PMहिंदी में शेयर बाजार,  स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।