Published on 15/05/2025 05:30 PM
Yes Bank SMBC Deal: मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने जापान की Sumitomo Mitsui Banking Corporation (SMBC) को हिस्सेदारी बेचे जाने के सिलसिले में Yes Bank द्वारा की गई स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी की जांच शुरू की है। इस डील की जानकारी सबसे पहले 6 मई को मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आई थी। इस पर बैंक ने जवाब देते हुए खबरों को 'अटकल' और 'तथ्यात्मक रूप से गलत' बताया था।
लेकिन ठीक तीन दिन बाद, 9 मई को बैंक ने खुलासा किया कि SMBC के साथ शेयर खरीद समझौता हो चुका है, जिसमें भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और अन्य मौजूदा निवेशक SMBC को हिस्सेदारी बेचेंगे। इस तेजी के चलते SEBI यह जांच कर रहा है कि क्या बैंक 6 मई को SMBC डील की जानकारी से वाकिफ था। अगर हां, तो उसने इसे 'अटकल' कहकर बाजार को गुमराह क्यों किया?
सूत्रों के अनुसार, SEBI यह जांच रहा है कि क्या 6 मई को शेयर बाजार को दी गई जानकारी SEBI के लिस्टिंग रेगुलेशन के अनुरूप थी या नहीं, खासतौर पर तब जब उस दिन स्टॉक में 9% की उछाल देखी गई थी।
Yes Bank की 9 मई की फाइलिंग के मुताबिक, SBI से SMBC करीब 413 करोड़ शेयर खरीदेगा, जो कुल इक्विटी का 13.9% है। वहीं HDFC बैंक, ICICI बैंक और Kotak Mahindra Bank भी क्रमश: 1.9%, 1.7% और 0.8% हिस्सेदारी बेचने को तैयार हैं। कुल मिलाकर, SMBC ने यस बैंक ने 20% हिस्सेदारी खरीदी है।
बाजार की नजर में प्राइस सेंसिटिव जानकारी
सूत्रों ने यह भी कहा कि इस डील की जानकारी साफ तौर पर प्राइस सेंसिटिव थी। डील के ऐलान के बाद से Yes Bank के शेयरों में लगभग 15% की बढ़त आई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि इस जानकारी का निवेशकों पर सीधा असर पड़ा। SEBI के नियम ऐसे मामलों में समय पर, सटीक और गैर-भ्रामक जानकारी साझा करने की सख्त मांग करते हैं।
इस मामले की सीधी जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया, "सेबी के बाजार अफवाह सत्यापन नियमों के तहत चल रहे सौदों का सही खुलासा करना अनिवार्य है। 6 मई को यस बैंक की प्रतिक्रिया के तीन दिन के भीतर शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इससे संकेत मिलता है कि सौदा अग्रिम चरण में था।
सूत्र ने कहा कि डील संभालने वाले इन्वेस्टमेंट बैंकर और कानूनी सलाहकार आमतौर पर सौदों के समय से पहले खुलासे से मना करते हैं। 6 मई को सौदे की स्थिति क्या थी, इसकी जांच करने की जरूरत है।"
Yes Bank ने क्या स्पष्टीकरण दिया था?
6 मई की फाइलिंग में Yes Bank ने कहा था, "बैंक विकास की राह पर है और शेयरधारकों के हित में समय-समय पर संभावनाओं की तलाश करता है। हालांकि, इस स्तर पर ऐसी कोई चर्चा इतनी प्रारंभिक है कि SEBI के रेगुलेशन 30 के तहत इसका खुलासा जरूरी नहीं समझा गया।"
Yes Bank का नियंत्रण 2020 में RBI ने अपने हाथ में लिया था, जब बैंक की वित्तीय स्थिति काफी बिगड़ गई थी। इसके फाउंडर राणा कपूर पर गंभीर आरोप लगे थे। इसके बाद SBI, HDFC Bank और अन्य बैंकों ने इसमें निवेश किया था। मार्च 2025 तक SBI के पास 23.97% हिस्सेदारी थी और कुल मिलाकर घरेलू बैंकों के पास 33.7% हिस्सेदारी थी। वहीं, रिटेल इन्वेस्टर्स की बात करें, तो इनकी तादाद करीब 63 लाख है।
इस मामले में Yes Bank और SEBI से ईमेल पर संपर्क किया गया है, लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं मिला था।
Yes Bank के शेयरों का हाल
यस बैंक के शेयर मंगलवार को 2.72% बढ़कर 21.53 रुपये पर बंद हुए। पिछले पांच दिनों के दौरान स्टॉक्स में 18.95% की तेजी आई है। वहीं, 1 महीने में यह 22.89% चढ़ा है। हालांकि, बीते एक साल में शेयर 4.73% नीचे आया है। बैंक का मार्केट कैप 67.41 हजार करोड़ रुपये है।
Yes Bank मामले से जुड़ी अहम बातें
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First Published: May 15, 2025 5:29 PM
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