Published on 05/06/2025 01:57 PM
ग्राहकों को सरकार जीएसटी (Goods & Service Tax (GST) पर राहत का तोहफा दे सकती है। सरकार द्वारा कई सामानों पर जीएसटी को हटाया जा सकता है। फिलहाल जीएसटी के 12% वाले स्लैब को हटाने को लेकर कवायद तेज हो गई है। सीएनबीसी-आवाज़ के एक्सक्लूसिव सूत्रों के मुताबिक अगली GST काउंसिल की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। इस समय चीज, कंडेंस्ड मिल्क, फ्रूट जूस, नमकीन, समेत कई रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले आइटम्स पर 12% GST लगता है। इस पर लोगों को राहत मिल सकती है।
इस खबर पर ज्यादा जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के आलोक प्रियदर्शी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि पिछले काफी समय से स्लैब को कम करने की मांग की जा रही थी। इंडस्ट्री की तरफ से और आम लोगों तरफ से लगातार सरकार पर दबाव बन रहा है कि जीएसटी की दरों में कमी लाई जाये ताकि उसके तहत आने वाले सामानों की कीमत भी कम हो सके।
आलोक ने कहा कि इस समय कई सामानों पर अलग-अलग दरों में जीएसटी लागू होता है। इसे सरल किया जाना चाहिए। इंडस्ट्री की मांग है कि सिर्फ तीन प्रकार के स्लैब में ही जीएसटी लागू की जानी चाहिए और रोजमर्रा के सामानों पर इसकी दर भी कम होनी चाहिए।
चीज, कंडेंस्ड मिल्क, फ्रूट ज्यूस, नमकीन, छाता और पेंसिल हो सकते हैं सस्ते
सूत्रों के मुताबिक अगली GST काउंसिल की बैठक में 12% GST दर को हटाने पर चर्चा हो सकती है। फिलहाल रोजमर्रा के इस्तेमाल में आने वाले ज्यादातर आइटम्स पर अभी 12% GST है। वहीं 12% रेट हटने पर कुछ आइटम्स 5% में तो कुछ आइटम्स 18% में जा सकते हैं। स्लैब के घटने से चीज, कंडेंस्ड मिल्क, फ्रूट ज्यूस, नमकीन, छाता और पेंसिल जैसे आइटम सस्ते हो सकते हैं। हालांकि कॉन्टैक्ट लेंस, कार्पेट समेत कई आइटम्स महंगे भी हो सकते हैं।
GoM में 12% GST रेट को हटाने को लेकर आम राय नहीं
आलोक प्रियदर्शी ने आगे कहा कि GST रेट रेशनलाईजेशन की मांग लंबे समय से हो रही है। इस पर विचार करने के लिए सरकार ने मंत्रियों का एक समूह भी बनाया है। सरकार द्वारा पर गठित ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की इस विषय पर बैठक जल्द होने वाली है। हालांकि सूत्र बता रहे हैं कि GoM में 12% GST रेट को हटाने को लेकर आम राय नहीं बनी है।
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First Published: Jun 05, 2025 1:53 PM
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